1. भावार्थ संक्षिप्त होना चाहिए जबकि व्याख्या में विस्तृत विवेचन के साथ-साथ आलोचना तथा टीका-टिप्पणी करने की भी छूट रहती है।
2. भावार्थ में भाव-विस्तार की एक सीमा होती है जबकि व्याख्या में नहीं |
Register| Lost your password?
Username or Email Address
Password
Remember Me