बाजार अर्थव्यवस्था उस अर्थव्यवस्था को कहते हैं जिसमें वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन बाजार में बिक्री के लिए किया जाता है तथा उस उपज (उत्पादन) को बाजार द्वारा निर्धारित कीमत पर बेचा जाता है।
बाजार अर्थव्यवस्था में वस्तुओं का लेन-देन मुद्रा के माध्यम से किया जाता है। इसलिए इस अर्थव्यवस्था को मौद्रिक अर्थव्यवस्था भी कहते हैं।
बाजार, अर्थव्यवस्था की प्रमुख विशेषताएं ये हैं-
(1) वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन बाजार में बिक्री के लिए किया जाता है।
(2) वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें मांग तथा पूर्ति की परिस्थितियों द्वारा निर्धारित होती हैं।
(3) विनिमय के माध्यम के रूप में मुद्रा का प्रयोग किया जाता है।
(4) क्रेताओं, विक्रेताओं और श्रमिकों के बीच प्रतियोगिता होती है।
(5) उत्पादन के कारकों को खरीदा और बेचा जाता है तथा उनकी सेवाओं का भुगतान मुद्रा में किया जाता है।
(6) बाजार अर्थव्यवस्था में उत्पादन लाभ कमाने के लिए किया जाता है। प्रमुख उद्देश्य अधिकतम लाभ कमाना होता है।