- नाटक में संपूर्ण जीवन का वर्णन:
- नाटक में एक व्यक्ति के संपूर्ण जीवन का विवरण होता है, जिसमें उनका जन्म, बचपन, युवावस्था, विवाह, और मृत्यु तक का समय-समय परिस्थितियों का चित्रण होता है।
- एकांकी में, व्यक्ति की एक विशेष घटना या स्थिति का संक्षेपमय वर्णन होता है, जो अकेले पल में सार्थक होता है।
- अंकों की संख्या:
- नाटक में अनेक पात्रों की विस्तृत वार्ता होती है, जिसमें विभिन्न किस्से और चरित्रों का संबंध होता है, जो एक महत्वपूर्ण कहानी बनाते हैं।
- एकांकी में, केवल एक पात्र होता है जो कहानी के मुख्य होता है, और इसलिए एक ही अंक का होता है।
- पात्रों की संख्या:
- नाटक में पात्रों की संख्या अधिक होती है, जिसमें प्रमुख, सहायक, और चरित्र भूमिकाएं हो सकती हैं। इन भूमिकाओं के माध्यम से कहानी को समृद्धि मिलती है।
- एकांकी में, केवल एक पात्र होता है जो विशिष्ट स्थिति में होता है, और इसलिए पात्रों की संख्या नाटक की अपेक्षा कम होती है।
इस प्रकार, नाटक और एकांकी में यह विशेष अंतर होता है कि नाटक एक बड़े और समृद्धिशील जीवन का पूरा चित्रण करता है, जबकि एकांकी एक सीधी और छोटी घटना पर केंद्रित है।