कोटा राज्य का संस्थापक शासक राव माधो सिंह था |
कोटा प्रारंभ में बूंदी रियासत का ही एक भाग था|
यहाँ हाड़ा चौहानों का शासन था।
शाहजहां के समय 1631 ई. में बूंदी नरेश राव रतन सिंह के पुत्र राव माधो सिंह हाड़ा को कोटा का पृथक राज्य देकर उसे बूंदी से स्वतंत्र कर दिया गया। तभी से कोटा स्वतंत्र राज्य के रूप में अस्तित्व में आया।
कोटा पूर्व में कोटिया भील के नियंत्रण में था। जिसे बूंदी के चौहान वंश के संस्थापक देवा के पौत्र जैत्र सिंह ने मारकर अपने अधिकार में कर दिया।
कोटिया भील के कारण इसका नाम कोटा पड़ा।
माधो सिंह के बाद उसका पुत्र यहाँ का शासक बना, जो औरंगजेब के विरुद्ध धरमत के उत्तराधिकार युद्ध में मारा गया।