नगरीय सभ्यता बाहरी चमक-दमक और टीम-टाम पर विश्वास रखती है, वह धूल से दूर रहना चाहती है ताकि उसका शरीर मैला न हो।
वह काँच के हीरों को प्यार करती है असली हीरों को नहीं।
नगरीय सभ्यता बाहरी चमक-दमक और टीम-टाम पर विश्वास रखती है, वह धूल से दूर रहना चाहती है ताकि उसका शरीर मैला न हो।
वह काँच के हीरों को प्यार करती है असली हीरों को नहीं।