आइंस्टीन के प्रसिद्ध समीकरण E = mc2, सापेक्षता के सिद्धांत का समीकरण है |
वर्ष 1905 में जर्मन भौतिकविद् अल्बर्ट आइंस्टीन ने द्रव्यमान और ऊर्जा के बीच सम्बन्ध स्थापित किया था जिसे सापेक्षता के सिद्धांत कहते है |
इस सिद्धांत के अनुसार द्रव्यमान और ऊर्जा एक दुसरे से स्वतंत्र नहीं है बल्कि एक दुसरे से सम्बन्धित भौतिक इकाई है तथा प्रत्येक वस्तु में उसके द्रव्यमान के कारण एक ऊर्जा होती है |
अर्थात द्रव्यमान और ऊर्जा एक ही भौतिक इकाई हैं और एक दूसरे में परिवर्तित हो सकते हैं ।
यदि किसी वस्तु का द्रव्यमान m तथा c प्रकाश का वेग हो तो ऊर्जा E=mc2
इसे “आपेक्षिकता सिद्धान्त” के नाम से भी जाना जाता है |