संसाधन
प्रत्येक वस्तु जिसका उपयोग आवश्यकताओं कों पूरा करने के लिए किया जाता है संसाधन कहलाता है |
उदाहरण :- जल, विद्युत, मोटरसाइकिल, पुस्तकें आदि|
संसाधन को मुख्यतः दो भागों में बांटा गया है:-
प्राकृतिक संसाधन:- जो संसाधन प्रकृति से प्राप्त होते हैं और अधिक संशोधन के बिना उपयोग में लाए जाते हैं प्राकृतिक संसाधन कहलाते हैं जैसे :- वायु, नदिया, झील, मिट्टी आदि |
मानव निर्मित संसाधन:- कभी-कभी प्राकृतिक पदार्थ तब तक संसाधन नहीं बन जाते हैं जब तक उनका मूल रूप परिवर्तित न कर दिया जाए | ऐसे पदार्थो को ही मानव निर्मित संसाधन कहा जाता है |
उदाहरण :- लौह अयस्क, स्टील आदि |
विकास और उपयोग के आधार पर संसाधनों को दो वर्गों में रखा गया है:-
वास्तविक संसाधन:-वास्तविक संसाधन वे संसाधन होते हैं जिनकी मात्रा ज्ञात होती है |
संभाव्य संसाधन:-ऐसे संसाधन जिनकी मात्रा ज्ञात नहीं होती तथा वर्तमान में प्रयोग नहीं किया जा रहा होता है तथा भविष्य में इसके उपयोग होने की संभावनाएं होती हैं, संभाव्य संसाधन कहलाती है |
उत्पत्ति के आधार पर संसाधनों को दो भागों में बांटा गया है:-
जैव संसाधन:- संसाधन जो निर्जीव हो अजैव संसाधन |
अजैव संसाधन:- सारे संसाधन जो सजीव हो जैव संसाधन कहलाते है ।
प्राकृतिक संसाधनों को विस्तारित रूप से नवीकरणीय तथा अनवीकरणीय संसाधनों में विभाजित किया जा सकता है |
नवीकरणीय संसाधन:- वे संसाधन जो शीघ्रता से नवनीकृत या जिन का पुनः निर्माण किया जा सकता है तथा असीमित होते हैं नवीकरणीय संसाधन कहलाते हैं |
उदाहरण:- जल, मृदा, वायु, सौर ऊर्जा आदि |
अनवीकरणीय संसाधन:- वे संसाधन जिनका भंडार सीमित है तथा एक बार समाप्त हो जाने पर पुनः निर्माण नहीं किया जा सकता अनवीकरणीय संसाधन कहलाते हैं |
उदाहरण:- कोयला पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस आदि |