मुक्त व्यापार ( व्यापार उदारीकरण ) व्यापार हेतु अर्थव्यवस्थाओं को खोलने का कार्य मुक्त व्यापार के नाम से जाना जाता है।
(i) यह कार्य व्यापारिक अवरोधों जैसे सीमा शुल्क (Tarril) आदि को हटाकर किया जाता है।
(ii) घरेलू उत्पादों एवं सेवाओं से प्रतियोगिता करने के लिए व्यापार उदारीकरण समस्त स्थानों से वस्तुओं और
सेवाओं के लिए अनुमति प्रदान करता है।
(iii) इससे बाजारों में विकल्पों की | उपलब्धता मिलती है।
भारत में अंग्रेजी शासन का इतिहास भारत के आर्थिक शोषण का इतिहास है।
अंग्रेजों की दोषपूर्ण एवं घातक व्यापारिक नीति से लघु एवं कुटीर उद्योगों का पतन हुआ।
1921 से पूर्व भारत की आर्थिक एवं व्यापारिक नीति का संचालन इंग्लैण्ड में बैठकर भारत के सचिव करते थे ।
जो इंग्लैण्ड के हितों के लिए भारतीय हितों की बलि देने से भी नहीं हिचकिचाते थे।
तद्नुसार मुक्त व्यापार की नीति से भारत कच्चे माल का उत्पादक और इंग्लैण्ड के निर्मित माल का बाजार बन गया था।