स्थैतिक घर्षण किसे कहते हैं

  • Post
Viewing 0 reply threads
  • उत्तर
      Quizzer Jivtara
      Participant
        जब एक वस्तु को दूसरे सतह पर चलाने का प्रयत्न करते हैं परन्तु फिर भी वह वस्तु विराम अवस्था में रहती है तो दोनों वस्तुओं की सम्पर्क सतहों के बीच जो घर्षण बल कार्य करता है, उसे स्थैतिक घर्षण कहते हैं।

        किसी वस्तु पर थोड़ा बाह्य बल आरोपित करने पर स्थैतिक घर्षण के कारण वस्तु में गति उत्पन्न नहीं होती। जैसे-जैसे बाह्य बल बढ़ाते जाते हैं, स्थैतिक घर्षण बल भी बढ़ता जाता है तथा सीमान्त घर्षण की स्थिति तक अर्थात् सीमान्त घर्षण के अधिकतम मान तक स्थैतिक घर्षण बल वस्तु पर आरोपित बाह्य बल के बराबर होता जाता है। इसीलिए कहा जाता है कि स्थैतिक घर्षण बल स्वतः समायोज्य बल है। आरोपित बल का मान सीमान्त बल से थोड़ा भी बढ़ जाने पर वस्तु में बल की दिशा में त्वरित गति उत्पन्न हो जाती है, परन्तु इस दशा में वस्तु में गति आरम्भ हो जाने पर वस्तु तथा तल के बीच कार्य करने वाला घर्षण बल (गतिक घर्षण बल) सीमान्त घर्षण बल से कुछ कम होता है तथा यह लगभग नियत रहता है।

    Viewing 0 reply threads
    • You must be logged in to reply to this topic.