राइबोसोम्स प्रोटीन निर्माण के स्थल होते हैं। इसीलिए इनको प्रोटीन निर्माण का कारखाना (Protein Factories) भी कहते हैं। ये राइबो न्यूक्लिओप्रोटीन के बने सुक्ष्म कण हैं जो कला रहित कोशिकांग हैं।
प्रत्येक राइबोसोम दो उप-इकाइयों का बना होता है जिसमें एक बड़ी व एक छोटी होती है। प्रोटीन संश्लेषण न होने की स्थिति में दोनों इकाइयाँ पृथक् होती हैं और प्रोटीन संश्लेषण के प्रारम्भ होने पर आपस में जुड़ जाती हैं।
दोनों उप-इकाइयाँ तभी अलग होती हैं जब प्रोटीन संश्लेषण रुक जाता है। प्रोटीन संश्लेषण के दौरान अनेक राइबोसोम mRNA पर जुड़ते जाते हैं। राइबोसोम द्वारा बनी इस कतार को पॉलीराइबोसोम (Polyribosome) या पॉलीसोम(Polysome) कहते हैं।
पॉलीसोम में समीपवर्ती राइबोसोम 340A की दूरी पर स्थित होते हैं। पॉलिसोम में राइबोसोम्स की संख्या m-RNA की लम्बाई पर निर्भर होती है जो कि पॉलिपेप्टाइड श्रृंखला की लम्बाई को बनाती है।
यह स्थापित किया जा चुका है कि पॉलिपेप्टाइड श्रृंखला का संश्लेषण पॉलिसोम पर होता है न कि किसी एकल राइबोसोम पर। यह प्रक्रिया पूर्वकेन्द्रकीय, सुकेन्द्रकीय यहाँ तक कि माइटोकॉन्ड्रिया एवं प्लास्टिड्स में भी समान होती है।