16वी सदी के उत्तरार्ध व 17वी सदी के पूर्वार्ध के बीच रसखान जी का जीवन काल स्वीकार किया गया है |
उनका जन्म-1590 तथा मृत्यु-1675 को माना जाता है |
इनका जन्म उत्तरप्रदेश राज्य के हरदोई जिला के पिहनी ग्राम में हुआ था | कुछ विद्वान में इनके जन्म स्थल में मतभेद है तथा वें दिल्ली को इनका जन्म स्थल मानते है |
वें एक मुसलमान कृष्ण भक्त कवी थे |रसखान का वास्तविक नाम सैय्यद इब्राहीम था |
इन्होने गोसाई विट्ठलदास जी से कृष्ण भक्ति की दीक्षा ली थी |
इनकी प्रसिद्द रचना प्रेमवाटिका तथा सुजान रसखान है |