यदि वे बर्तन माँजना, भट्ठी सुलगाना नहीं सीखते तो वे अच्छे नानबाई नहीं बन पाते।
केवल कागजी या जबानी बातों से काम नहीं सीखा जाता है।
शिक्षा को अपनाना अधिक महत्वपूर्ण है।
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