मान्यखेत को राष्ट्रकूट राज्य की राजधानी दन्तिदुर्ग ने बनाई।
राजवंश का इतिहास मुख्य रूप से उसके शासकों द्वारा खुदवाये गये बहुसंख्यक अभिलेखों से ज्ञात होता है।
राष्ट्रकूट साम्राज्य की नींव लगभग 752 ई. में दन्तिदुर्ग ने की ओर मान्यखेत को अपनी राजधानी बनाई है।
राष्ट्रकूट लेखों का विवरण निम्न है-
1. दन्तिदुर्ग के एलोरा था सामन्तगढ़ के ताम्र पत्राभिलेख,
2. गोविन्द III के राधनपुर , वनि दिन्दोरी था बड़ौदा के लेख,
3. अमोघवर्ष का सृजन अभिलेख,
4. इन्द्र III का कमलपुर अभिलेख,
5. गोविन्द IV के काम्बे तथा संगली के लेख,
6. कृष्ण III के कोल्हापुर, देवली तथा कर्नाट के लेख