ऐसा परिवर्तन जिसमें पदार्थ के केवल भौतिक गुण
बदलते हैं तथा कोई नया पदार्थ नहीं बनता, भौतिक परिवर्तन कहलाता है।
उदाहरण:(i) जल का बर्फ बनना या जल का जलवाष्प में परिवर्तित होना।
(ii) अन्य उदाहरण जैसे काँच का टूटना, स्वर्ण का पिघलना, लकड़ी का टूटना, सब्जी एवं फलों को काटना आदि।
भौतिक परिवर्तन के गुण : (i) भौतिक परिवर्तन में पदार्थ के केवल भौतिक गुण ही परिवर्तित होते हैं।
(ii) कोई नया पदार्थ नहीं बनता।
(iii) यह एक अस्थायी परिवर्तन है।
(iv)परिवर्तन का कारण हटाने पर पदार्थ अपनी प्रारंभिक अवस्था में लौट आता है।
अत: इसे उत्क्रमणीय परिवर्तन भी कहते हैं।
उदाहरण– मोम का पिघलना, सेब का कटना, बाष्पन, संघनन, हिमन, गलन इत्यादि।