भारत में पुनर्जागरण में हेनरी विवियन डिरोजियो के कार्य :-
1) 19 शताब्दी के तीसरे और चौथे दशक में बंगाल के बुद्धिजीवियों में उग्रवादी प्रवृत्ति का जन्म हुआ। इस आन्दोलन को ‘यंग बंगाल ‘आन्दोलन’ के नाम से जाना जाता है। इसके प्रणेता हेनरी विवियन डेरोजियो (1809-31 ई.)
2) हेनरी विवियन डिरोजियो एंग्लो -इंडियन थे 1826-1831 तक हिन्दू कॉलेज में इतिहास के प्राध्यापक रहे। फ्रांस की महान क्रांति से अतिशय प्रभावित थे।
3) उन्होंने अपने विद्यार्थियों को ‘विवेकपूर्ण और मुक्त ढंग से सोचने’, सभी आधारों की प्रामाणिकता की जाँच करने मुक्ति, समानता और स्वतंत्रता से प्रेम करने तथा सत्य की पूजा करने के लिए प्रेरित किया।
4) नारी अधिकारों के पक्के हिमायती थे।
5) किसानों से संबंधित प्रश्न को नहीं उठाया।
6) इनकी परिचर्चा के विषय-विधवाओं का उद्धार और मूर्तिपूजा तथा सभी प्रकार की रूढ़िवादिता का विरोध था।