भामाशाह कार्ड राजस्थान राज्य की प्रमुख पहल है |
15 अगस्त 2014 को राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे द्वारा देश में महिला वित्तीय सशक्तिकरण की सबसे बड़ी ‘भामाशाह योजना’ का प्रारम्भ किया गया।
इस योजना में प्रत्येक परिवार की महिला मुखिया के नाम भामाशाह कार्ड जारी किए जाने का प्रावधान है।
महिला के बैंक खाते से जड़े भामाशाह कार्ड के माध्यम से विभिन्न नकद लाभों को लाभार्थियों के बैंक खातों में हस्तांतरित किया जाता है।
राजस्थान राज्य में महिलाओं के सशक्तिकरण एवं वित्तीय समावेशन हेतु सर्वप्रथम वर्ष 2008 में भामाशाह योजना लागू की गई थी।
इस योजना को सभी सरकारी योजनाओं के नकद व गैर नकद लाभ के सीधे व पारदर्शी रूप में हस्तान्तरण करने के लिए वर्ष 2014 में वृहद् रूप से पुनः प्रारम्भ किया गया ।
15 दिसंबर, 2014 से भामाशाह कार्ड से लेन-देन शुरू किया गया ।
कार्ड को आधार, जनधन व मोबाइल नंबर से जोड़ा गया ।
व्यक्ति के साथ परिवार का भी पृथक पहचान नंबर दिया गया ।
ई-मित्र पर नामांकन सुविधा प्रदान की गयी ।
विभिन्न बैंकों के Rupay Card को इससे Cobrand किया गया है।
भामाशाह योजना के माध्यम से राशनकार्ड, पेंशन, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति एवं मनरेगा भुगतान।
योजना के तहत दूरस्थ क्षेत्रों में 365 दिन भामाशाह बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराया गया ।