बरनौली सिद्धांत :- इस सिद्धांत के अनुसार, “जब कोई आदर्श द्रव किसी नली में धारा रेखीय प्रवाह में बहता है तो नली के मार्ग के प्रत्यक बिन्दु पर द्रव के प्रति एकांक आयतन की तीनों ऊर्जाओं (गतिज, स्थितिज, दाब ऊर्जा) का योग नियत होता है।
p + 1/2pv2 + pgh = नियतांक
दाब गतिज स्थितिज
ऊर्जा ऊर्जा ऊर्जा
बरनौली सिद्धांत ऊर्जा संरक्षण सिद्धांत पर आधारित है।
बरनौली सिद्धांत के अनुप्रयोग:- वेंचुरी मीटर, पीटॉट नाली, बहिस्राव वेग, जेट संरचना, फुहारेदार पिचकारी तथा बुन्सन-ज्वालक आदि।