जिसकी ऊँचाई 2696 मी. है। यह हिमालय पर्वत श्रेणी के अतिरिक्त भारत की सबसे ऊँची चोटी भी है।
इस चोटी से तीन श्रेणियाँ निकलती है। उत्तर की ओर अन्नामलाई, पूर्वोत्तर की ओर पालनी की पहाड़ियाँ तथा दक्षिण की ओर कार्डेमम की पहाड़ियाँ (इलाइची की पहाड़ियाँ) विस्तृत हैं।
इसका विस्तार महाराष्ट्र गोवा, कर्नाटक, केरल व तमिलनाडु राज्यों में है। पश्चिमी घाट में पालघाट (केरल) थालघाट, भोरघाट (महाराष्ट्र) प्रमुख दर्रे है। पश्चिमी घाट को ‘हिमाद्री’ के नाम से भी जाना जाता है।
पश्चिमी घाट को यूनेस्कों द्वारा विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया है।