(क) इक्के को ठीक कर लिया :- इस पंक्ति का अर्थ है कि लेखक ने पसोवा गाँव जाने के लिए एक इक्के को उचित दाम पर तय कर लिया।
(ख) कील-काँटे से दुरुस्त था :- इसका अर्थ है कि गाड़ी जाने के लिए बिल्कुल दुरुस्त स्थिति में थी। उसकी धुरी और काँटे सही हालत में थे।
(ग) मेरे मस्तक पर हस्बमामूल चंदन था :- लेखक ने अपने माथे पर थोड़ा-सा चंदन लगाया हुआ था।
(घ)सुरखाब का पर :- इसका अर्थ किसी विशेष बहुमूल्य वस्तु से है।