इस नगर की महत्ता के सम्बन्ध में संस्कृत में एक उक्ति है— ‘पुष्पेषु मल्ली, नगरीषु दिल्ली’ अर्थात् पुष्पों में जो स्थान मल्लिका का है, वही स्थान नगरों में दिल्ली का है।
महाभारत से लेकर आधुनिककाल तक अनेक राजाओं और शासकों ने दिल्ली के विभिन्न भू-खण्डों को अपनी राजधानी बनाया।
यह एक केंद्रशासित प्रदेश है |
12 दिसम्बर, 1911 देश की राजधानी को कलकत्ता से स्थानान्तरित कर दिल्ली को बनाया गया था |
स्वतन्त्रता के बाद 1 नवम्बर, 1956 राज्य पुनर्गठन अधिनियम के तहत इसे राजधानी का दर्जा दिया गया जिसे हम प्रतिवर्ष 1 नवम्बर को स्थापना दिवस के रूप में मानते है |