द्विगु तत्पुरुष समास जिस समास में पहला पद संख्यावाचक विशेषण हो और पूरा समास समाहार (समूह) का बोध कराए उसे द्विगु समास कहते हैं
जैसे-एकांकी, तिकोना ,चतुर्भुज
द्विगु एक की संख्या से भी बन सकता है क्योंकि एक तो पहला पद संख्यावाचक है, दूसरे, अर्थ की दृष्टि से पूरे समास की वैसी ही अन्विति होती है, जैसी एक से अधिक की संख्या होने पर होती है। द्विगु समास का विग्रह इस प्रकार किया जा सकता है
एकांकी -एक अंक का (नाटक)
एकतरफा – एक ही तरफ है जो
एकतंत्र- एक (राजा) का तंत्र
इकट्ठा – एक जगह स्थित
चतुर्भुज – चार भुजाओं वाला
चतुवर्ग – चार वर्गों (अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष) का समूह