थोड़ी धरती पाऊँ कविता का सारांश

  • Post
Viewing 0 reply threads
  • उत्तर
      Shivani
      Participant
        • कवि ने इस कविता में पर्यावरण के लिए जंगल के महत्व के बारे में लिखा है।
        • कवि चाहता है कि उसके पास जमीन का एक छोटा सा टुकड़ा हो जिस पर वह बाग लगा सके।
        • वह चाहता है कि बगीचा फूलों, फलों और मनमोहक सुगंध से भर जाए। कवि चाहता है कि पक्षी आएँ और बगीचे के जलाशय में स्नान करें, और फिर वे उसके मधुर संगीत का प्रसार कर सकें।
        • सर्वेश्वर दयाल सक्सेना एक ऐसे कवि हैं जिनकी कृति जीवन की सुंदरता का जश्न मनाती है।
        • उनकी कविताएं आनंद, प्रेम और खुशी से भरी हैं।
        • कवि शहर में नहीं रहता है, और उसे एक भी पेड़ नहीं मिलता जिसे वह अपना भाई कह सके।
        • कवि धरती को हरा-भरा रखने के लिए एक बाग लगाना चाहता है, क्योंकि वहां फूल और फल खिलते हैं, उसकी खुशबू फैलती है, पक्षी गाते हैं, और जलाशय से ताजी हवा बहती है।
    Viewing 0 reply threads
    • You must be logged in to reply to this topic.