छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहर दुर्ग की स्थापना कलचुरी राजा जगपाल ने की थी
दुर्ग कलचुरी राजा के समय में परगना मुख्यालय था। इस नगर की स्थापना दसवीं सदी में जगपाल ने की थी, जो मिर्जापुर में स्थित बघल देश से आया था। उसको सदी राजा रतनपुर का खजांची बनया गया। उसने यहां पर एक दुर्ग का निर्माण करवाया और इसी दुर्ग से वह 700 गांवों से कर वसूल करता था।
इस नगरका नाम का दुर्ग (किला) के नाम पर ही पडा, जो शिवनाथ नदी के किनारे स्थित है। इस नगर पर मुगल वंश के और मराठा राजाओं का शासन रहा। 1818 ई. में यह नगर ईस्ट इंडिया कंपनी के अधीन हो गया। दुर्ग को 1857 ई. में रायपुर जिला की एक तहसील बनाया गया।