कार्बन, वाष्प व जल की मात्रा के आधार पर भारतीय कोयला निम्न प्रकार का है –
1. एन्थेसाइट कोयला (Anthracite Coal)—
यह सबसे उत्तम प्रकार का कोयला होता है।
इसमें कार्बन की मात्रा 80 से 95 प्रतिशत, जल की मात्रा 2 से 5 प्रतिशत तथा वाष्प 25 से 40 प्रतिशत तक होती है।
जलते समय यह धुआँ नहीं देता तथा ताप सबसे अधिक देता है।
यह जम्मू-कश्मीर राज्य से प्राप्त होता है।
2. बिटुमिनस कोयला (Bituminous Coal)-
यह द्वितीय श्रेणी का कोयला है। इसमें कार्बन की मात्रा 55% से 65%, जल की मात्रा 20% से 30% तथा वाष्प 35% से 50% होती है।
यह जलते समय साधारण धुआँ देता है।
गोण्डवाना काल का कोयला इसी प्रकार का है।
3. लिग्नाइट कोयला (Lignite Coal)—
यह घटिया किस्म का भूरा कोयला है।
इसमें कार्बन की मात्रा 45 प्रतिशत से 55 प्रतिशत, जल का अंश 30 प्रतिशत से 55 प्रतिशत तथा वाष्प 35 प्रतिशत से 50 प्रतिशत होती है।
यह कोयला तमिलनाडु (मन्नारगुड़ी), राजस्थान, मेघालय, असम (माकूम), वेल्लोर, दार्जिलिंग (प. बंगाल) में मिलता है।