कुंभक कहते हैं

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      jivtaraQuizzer
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        अंदर की हुई श्वास को क्षमतानुसार रोककर रखने की क्रिया को कुंभक कहते हैं। श्वास को अंदर रोकने की क्रिया को आंतरिक कुंभक और श्वास को बाहर छोड़कर पुनः नहीं लेकर कुछ देर रुकने की क्रिया को बाहरी कुंभक कहते हैं। इसमें भी लय और अनुपात का होना आवश्यक है।
        प्राणायाम करते समय हम तीन क्रियाएँ करते हैं-
        1. पूरक
        2. कुंभक
        3. रेचक ।

         

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