रीतिकालीन कवी आचार्य केशव को कठिन काव्य का प्रेत कहा जाता है |
इन्होने अपनी कविताओं में संस्कृत के काव्य शास्त्रीय अंगो का ,सर्वांग निरूपण किया है, जिनके कारण उनकी कविता कठिन हो गई है जिस वजह से इन्हें कठिन काव्य का प्रेत कहा जाता है |
इनके प्रमुख काव्य रामचंद्रिका, रसिकप्रिया, तथा कविप्रिया है |
आचार्य केशव अपने काव्य में छंद तथा अलंकारों के अनूठे प्रयोग के लिए जाने जाते है परन्तु उनके काव्य जनसाधरण जिन्हें भाषा का कम ज्ञान हो उनके समझने में कठिनाई होती है |