संक्षारण वायुमंडलीय ऑक्सीजन एवं अन्य गैसों द्वारा धातुओं के तल पर ऑक्साइडों अथवा अन्य यौगिकों की पर्त बनाने की क्रिया (ऑक्सीकरण) है| शुष्क संक्षारण में केवल वायुमंडलीय गैसें सम्मिलित हैं| आर्द्र संक्षारण में वायुमंडलीय गैसों के अतिरिक्त जल सम्मिलित होता है| संक्षारण जनित धातुओं की क्षति बहुत बड़ी हानि करती है| ऐलुमिनियम लोहे की तुलना में नम हवा के साथ अधिक तीव्रगति से संक्षारित होता है और अल्युमिनियम ऑक्साइड की एक पर्त्त बनाता है| ऐलुमिनियम के संरक्षण के लिए ऐलुमिनियम ऑक्साइड की एक समरूप पर्त विद्युत् पड़ती है| अपघटन द्वारा जमाई जाती है| यह विद्युत् अपघटन एक ऐसे सैल द्वारा किया जाता है जिसमें तनु गन्धकाम्ल होता हैं और ऐलुमिनियम की वस्तु को एनोड बनाया जाता है| इस विधि को एनोडीकरण कहते हैं|