उस क्रिया को आर्थिक क्रिया कहते हैं जिसका सम्बन्ध मानवीय आवश्यकताओं को सन्तुष्ट करने के लिए सीमित साधनों के उपयोग से होता है।
सभी आर्थिक क्रियाएँ आय सृजित नहीं करती अर्थात् यह आवश्यक नहीं कि आर्थिक क्रिया में आय का सृजन हो भी सकता है और नहीं भी। उदाहरण के लिए, उपभोग एक आर्थिक क्रिया है, किन्तु वस्तु के उपभोग द्वारा आय का सृजन नहीं होता।
आर्थिक क्रियाएं वे क्रियाएं हैं जिनका सम्बंध वस्तुओं एवं सेवाओं के उत्पादन उपभोग एवं निवेश से है।
एक अर्थव्यवस्था में आर्थिक क्रियाएं 3 प्रकार की होती हैं।
1. उत्पादन- उत्पादन एक आर्थिक प्रक्रिया है। जिसमें एक व्यक्ति या फर्म आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं का बाजार में उत्पादन करती है।
2. उपभोग- उपभोग वह आर्थिक क्रिया है जिसका संबंध वस्तुओं एवं सेवाओं के प्रयोग से है। जैसे- कपड़ा पहनना, खरीदना, ब्रेड खाना आदि।
3.निवेश- निवेश वह आर्थिक क्रिया है जिसके फलस्वरूप भौतिक एवं मानवीय पूँजी में वृद्धि होती है अर्थात पूँजी का निर्माण होता है।