इस शैल का निर्माण वस्तुतः चट्टान चूर्ण के एकत्र होकर नीचे जमा होते जाने से ही होता है।
इसे परतदार चट्टान भी कहते हैं, क्योंकि इनमें अवसाद की विभिन्न परतें पायी जाती है।
अवसादी शैल का उदाहरण है:- सपिण्ड, बलुआ पत्थर, चूना पत्थर, लिग्नाइट, कोयला, क्वार्टजाइट, स्लेट , संगमरमर, एन्थ्रेसाइट, कोयला, ग्रेफाइट आदि |
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