वायुमंडल में सल्फर तथा नाइट्रोजन के ऑक्साइडो का सल्फयूरिक अम्ल तथा नाइट्रिक अम्ल के रूप में वर्षा के जल के साथ धरती में गिरना अम्ल वर्षा कहलाता है |
रॉबर्ट एग्स स्मिथ ने सर्वप्रथम अम्ल वर्षा को प्रकाश में लाया था |
अम्ल वर्षा का ph मान 4.3 के लगभग होता है |
अम्ल वर्षा का सूत्र :-
SO2 + H2O → H2SO3
अम्ल वर्षा का कारण :-
ज्वालमुखी विस्फोट , पेड़ पौधे का की कटाई , आकाशीय बिजली, अधिक कारखाने/उधोगो का निर्माण
अम्ल वर्षा का रोकने के उपाय :-
अधिक मात्रा में पेड़ लगा कर , अधिक से अधिक उर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों का उपयोग करके |
अम्ल वर्षा के प्रभाव :-
वनस्पति तथा वनों पर हानिकारक प्रभाव , जलीय जीव जंतु पर हानिकारक प्रभाव , मिटटी की उर्वरता में कमी , मनुष्यों में कैंसर , अस्थमा , दिल सम्बन्धित रोग ,