मानक विचलन को माध्य विचलन मापों से श्रेष्ठ तुलना करने में माध्य विचलन गणितीय दृष्टि से ज्यादा वास्तविकता के पास दिखाई देता है, लेकिन इसकी सबसे बड़ी कमजोरी यह है कि यह + एवं – चिह्नों को नजरअंदाज करता है।
चूँकि यह + एवं – चिह्नों पर ध्यान नहीं देता है, अतः इसके द्वारा और आगे विश्लेषण संभव नहीं है। इस कमजोरी को दूर करने के लिए एक दूसरी विधि का प्रयोग किया जाता है जिसे मानक विचलन कहा जाता है।
मानक विचलन विधि में + एवं – चिह्नों को ध्यान में रखा जाता है इस कारण मानक विचलन को माध्य विचलन मापों से श्रेष्ठ माना जाता है
इस विधि में शुद्धता उच्च स्तर तक बनी रहती है। इसी कारण इसे मानक विचलन कहते हैं। इसका सर्वप्रथम प्रयोग प्रसिद्ध सांख्यिक कार्ल पियर्सन ने किया।
मानक विचलन के लिए ग्रीक वर्णमाल के छोटे सिग्मा का प्रयोग किया जाता है।