1857 के समय भारत का गवर्नर जनरल लार्ड केनिंग था।
1857 ई. के विद्रोह की शुरुआत 10 मई, 1857 को मेरठ स्थित छावनी 20वीं एन.आई. तथा तीन एल.सी. की पैदल सैन्य टुकड़ी के सिपाहियों द्वारा चर्बी लगे कारतूसों के प्रयोग से इन्कार करने से हुई थी।
1857 के विद्रोह (जिसे भारत का ‘प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम‘ कहा गया है) के समय ब्रिटिश ईस्ट इंडिया का गवर्नर जनरल लार्ड केनिंग था। जबकि इंग्लैण्ड के प्रधानमंत्री पामस्र्टन थे और कम्पनी का मुख्य सेनापति जार्ज एनिसन था।
1857 के सैनिक विप्लव के पश्चात् 1 नवम्बर, 1858 को इलाहाबाद में आयोजित दरबार में, लार्ड केनिंग ने ब्रिटिश महारानी विक्टोरिया के घोषणा-पत्र की घोषणा की।
महारानी की उद्घोषणा द्वारा भारत से कम्पनी के शासन को समाप्त करके सीधे क्राउन का शासन आरोपित किया गया तथा गवर्नर जनरल लाई केनिंग को वायसराय का पदनाम देकर भारत का प्रथम वायसराय बनाया गया।