हमारे फेफड़ो में 300 मिलियन कोशिकाएं होती है |
फेफड़े के अन्दर प्रत्येक श्वसनिका पतली शाखाओं में विभाजित होती है जिसे वायुकोष्ठिका वाहनियाँ कहते है |
ये वाहनियाँ अनेक छोटी-छोटी वायुकोष में खुलती है |
मनुष्य के दोनों फेफड़ो में ऐसे करीब 300 मिलियन वायुकोष पाए जाते है |
इस प्रकार मनुष्य के फेफड़ो में श्वसन गैसों के आदान-प्रदान के लिए लगभग 400-800 वर्गफीट की सतह उपलब्ध होती है |