संयुक्त सूक्ष्मदर्शी द्वारा छोटी वस्तुओं के बड़े प्रतिबिम्ब देखे जा सकते हैं। इसकी आवर्धन क्षमता सरल सूक्ष्मदर्शी की तुलना में बहुत अधिक होती है।
इसमें एक अभिदृश्यक लेन्स तथा दूसरा नेत्रिका लेन्स होता है।
अभिदृश्यक लेन्स वस्तु ओर रखा जाता है जिससे इसका प्रतिबिम्ब A’B’ बनता है तथा A”B” का प्रतिबिम्ब नेत्रिका लेन्स द्वारा बनता है जो बहुत बड़ा होता है।