विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव का खोज ओर्टेड (Oerested) ने वर्ष 1820 में किया था |
जब किसी चालक तार में विद्युत् धारा प्रवाहित की जाती है, तो उसके चारों ओर एक चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न हो जाता है। यह प्रभाव विद्युत् धारा का चुम्बकीय प्रभाव कहलाता है।
विद्युत-मोटर, विद्युत-जनित्र, टेलीफोन और रेडियो, सभी धारा के चुम्बकीय प्रभाव का उपयोग करते हैं।
धारा का चुम्बकीय प्रभाव, विद्युत-चुम्बकत्व (electromagnetism) भी कहलाता है जिसका अर्थ है विद्युत (बिजली), चुम्बकत्व उत्पन्न करती है।