वर्ण व्यवस्था से संबंधित ‘पुरुष सूक्त’ मूलतः ऋग्वेद में पाया जाता है।
वर्ण व्यवस्था से संबंधित ‘पुरुष सूक्त’ मूलतः ऋग्वेद के दसवें मंडल में पाया जाता है। ऋग्वेद में कुल 10 मण्डल है जिसमें दसवें मण्डल को सबसे नवीन माना जाता है।
पुरुषसूक्त, नासदीय सूक्त, विवाह सूक्त आदि प्रसिद्ध सूक्त इसी मण्डल में आते हैं। पुरुष सूक्त में ही सर्वप्रथम वर्ण व्यवस्था एवं ‘वर्ण’ शब्द का उल्लेखन हुआ है।
मनु स्मृति हिन्दू धर्म का सबसे महत्त्वपूर्ण एवं प्राचीन धर्मशास्त्र है। हिन्दू मान्यता के अनुसार मनुस्मृति ब्रह्मा की वाणी है।
अथर्ववेद को ब्रह्मवेद भी कहा जाता है। इसके मुख्य प्रतिपाद्य विषय तंत्र-मंत्र, खगोल, आयुर्वेद, शल्यचिकित्सा आदि है।
सामवेद मुख्यतः गीत संगीत प्रधान है। सामवेद यद्यपि छोटा है| परन्तु एक तरह से यह सभी वेदों का सार रूप है क्योंकि सभी वेदों के चुने हुए अंश इसमें शामिल हैं।