लेखिका मियाँ नसीरुद्दीन के पास इसलिए गई थी जिससे वह रोटी बनाने की कला को जान सके तथा उसे अन्य लोगों को बता सके।
मियाँ छप्पन तरह की रोटियाँ बनाने के लिए प्रसिद्ध थे। वह उनकी इस कारीगरी का रहस्य भी जानना चाहती थी।
इसलिए उसने मियाँ से विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछे।