खून को ‘भानुमती का पिटारा’ कहा जाता है| भानुमती का पिटारा से भाव है। एक ऐसा पिटारा जिसमें तरह-तरह की वस्तुएँ हो।
रक्त लाल द्रव के समान दिखता है किंतु इसे सूक्ष्मदर्शी द्वारा देखें तो यह भानुमती के पिटारे से कम नहीं।
रक्त की एक बूंद में इतने सारे कण होते हैं, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। इन्हें देखकर तो ऐसा लगता है मानो बहुत सी छोटी-छोटी बालूशाही रख । यदि खून की एक बूंद की जाँच की जाए तो उसमें लाखों की संख्या में लाल रक्त कण, इसके अतिरिक्त सफ़ेद कण व प्लेटलैट कण भी होते है।