महासागरीय लवणता के बहुआयामी प्रभाव निम्नलिखित है :-
महासागरों की सतह के जल की लवणता मुख्यतः वाष्पीकरण एवं वर्षण पर निर्भर करती है।
तापमान और घनत्व में परिवर्तन किसी क्षेत्र की लवणता को प्रभावित करता है क्योंकि जल की लवणता, घनत्व तथा तापमान परस्पर संबंधित होते हैं।
ध्रुवीय क्षेत्रों में जल की लवणता जल के जमने और पिघलने की प्रक्रिया से प्रभावित होती है।
समुद्र में कम लवणता विभिन्न जलीय जीवों एवं प्लैंक्टन के अस्तित्व को खतरे में डाल सकती है जो पूरे समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को प्रभावित कर सकता है।
महासागरीय जल धाराएँ घनत्व में भिन्नता होने के कारण प्रवाहित होती हैं। जल घनत्व में परिवर्तन इनके प्रवाह को प्रभावित करेगा।