मशीनी युग से बदलू के जीवन में यह बदलाव आया कि उसका लाख की चूड़ी बनाने का कारोबार बंद हो गया। वह बेरोजगार हो गया।
कलात्मक लाख की चूड़ियों को कोई पूछता तक नहीं था क्योंकि मशीनी काँच की चूड़ियाँ सबके मन भाने लगी थीं।
बदलू को गाय भी बेच देनी पड़ी। हमेशा खुश रहने वाला बदलू अब दुःखी रहने लगा था।