भारत में पूर्वी घाट का सर्वोच्च शिखर जिनधागड़ा (Jindhagada 1690 मी.) है।
इसका दूसरा सर्वोच्च शिखर महेन्द्रगिरि (1501 मी.) है।
पूर्वी घाट का विस्तार ओडिशा से तमिलनाडु तक है |
पूर्वी घाट पर्वत की कुल लम्बाई 1300 किमी है तथा इसकी औसत ऊँचाई 615 मीटर है।
यह पर्वत उत्तर की तरफ अधिक चौड़ा लगभग 190 किमी. एवं दक्षिण भाग कम चौड़ा लगभग 75 किमी. है।
इसका निर्माण क्वार्टजाइट, स्लेट, चार्नोकाइट जैसी चट्टानों से हुआ है।
इस पर्वत श्रृंखला को नदियों के द्वारा काट-छांट के कारण विभिन्न रूप में पहाड़ियाँ बन गई हैं।
बिलगिरि एवं मेलागिरी की पहाड़ियाँ चंदन एवं सागवान की लकड़ी के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं। (कावेरी व पेन्नार नदियों के बीच का भाग)
तमिलनाडु में स्थित जावदी एवं शेवराय की पहाड़ियाँ पूर्वी घाट का ही भाग है।
शेवराय की पहाड़ी धात्विक खनिजों के लिए प्रसिद्ध है।
दक्षिण से उत्तर की ओर इन पहाड़ियों को नीलगिरि पालकोंडा, नल्लामलाई, जवादी और शेवराय पहाड़ियों के नाम से जानते हैं।