वेद संहिता एक प्राचीन ग्रंथ है जिसे दुनिया के सबसे पुराने कार्यों में से एक माना जाता है।
बिहार का उल्लेख कई प्राचीन हिंदू शास्त्रों में मिलता है।
वैदिक ग्रंथ हैं जो बिंबिसार के इतिहास का विवरण देते हैं। बिहार के कई राजाओं का उल्लेख प्राचीन ब्राह्मण ग्रंथों में मिलता है, जैसे ऐतरेय, शतपथ, तैत्तिरीय और पंचविश।गांधार, शल्य, कैकेय, कुरु, पांचाल, कोशल में विदेह और अन्य राजाओं का उल्लेख मिलता है।
उस समय बिहार को ब्रात्य कहा जाता था, जबकि ऋग्वेद में बिहार और बिहार के लओगों को कीकरा था। मगध शासकों की क्रूरता, वीरता और सैन्य शक्ति का उल्लेख जैन ग्रंथों में मिलता है।
शतपथ ब्राह्मण आर्यों के आगमन और उनके विस्तार का वर्णन करता है।
मत्स्य, वायु और ब्रह्माण्ड पुराण बिहार के इतिहास के महत्वपूर्ण स्रोत हैं। इन पुराणों से हमें शुंग वंश के शासक पुष्यमित्र के नाम का पता चलता है।कहा जाता है कि उन्होंने 36 वर्षों तक शासन किया।