ऐसे कोशिका जिनमें केन्द्रक आवरण (Nuclear envelope) नहीं पाया जाता है प्रोकैरियोटिक कोशिका कहते है।
इसमें जिस स्थान पर क्रोमोसोम पाया जाता है उसे न्यूक्ल्यिोइड (Nucleoid) कहते हैं।
इस प्रकार क्रोमोसोम कोशिका द्रव्य (Cytoplasm) के सीधे सम्पर्क में रहते हैं।
प्रोकैरियोटिक कोशिकाएं बैक्टिरिया, नील हरित शैवाल और माइकोप्लाज्मा P.P.L.O (Pleuropneumonia like organism) में पायी जाती हैं।
प्रोकैरियोटिक कोशिका मुख्य लक्षण :-
1. इनका आकार सूक्ष्म होता है तथा 1 से 10 m तक हो सकता है। इनका आकार माइटोकॉन्ड्रिया के आकार के समान होता है। .
2. प्रोकैरियोटिक कोशिका का कोशिकीय आवरण प्लाज्मा झिल्ली होती है, जो यूकैरियोटिक कोशिका के समान होती है।
3. प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं में माइटोकॉन्ड्रिया, एन्डोप्लामिक रेटिकुलम और गोल्जी बॉडी नहीं पाये जाते है। इन कोशिकांगो के कार्य प्लाज्मा झिल्ली के द्वारा प्रतिपादित होते हैं।
4. इसकी प्लाज्मा झिल्ली में श्वसन फोटोसिन्थेसिस , लिपिड उपापचय एवं DNA बनाने के लिए आवश्यक एन्जाइम्स होते हैं।
5. प्लाज्मा झिल्ली मध्य पिण्ड और क्रोमेटोफोर का निर्माण करती है।
6. कोशिका द्रव्य में 70S राइबोसोम्स पाये जाते हैं।
8. प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं में कशाभ एवं रोम के समान विलाई होते हैं।
9. इनमें विभाजन मुख्यतः असूत्री विभाजन विधि द्वारा होता है जो द्विगुणन विभाजन कहलाता है।
10. इनके जीन्स में ओपेरॉन तंत्र पाया जाता है।
11.उपाष्ठि नहीं होता।