पौधों में लचीलापन कोलेनकाइमा ऊतक के कारण होता है
कोशिकाएँ जो विभेदित होकर विशिष्ट कार्य करती है और आगे विभाजित होने की शक्ति खो देती है, इस प्रकार के कोशिकाओं को स्थायी ऊतक कहते है।
ये एक ही प्रकार के कोशिकाओं के बने होते है जो एक जैसे दिखाई देते है। इस प्रकार के ऊतक को सरल ऊतक कहते है।
उदाहरण: पैरेनकाइमा, कोलेनकाइमा और स्क्लेरेनकाइमा आदि।
कोलेनकाइमा एक अन्य प्रकार का सरल स्थायी ऊतक है जिसके कारण पौधों में लचीलापन होता है।
ये पौधो के वृद्धि हो रहे भागो जैसे द्विबीजपत्ती शाकीय पौधों, तना, पत्ती का वृत को यांत्रिक सहारा प्रदान करते है।