द्रव अवस्था में पाई जाने वाली एकमात्र धातु पारा है |
प्रकृति में पारे को छोड़कर लगभग सभी धातुएं ठोस अवस्था में पाई जाती हैं।
पारा (Hg) एक मात्र ऐसी धातु है, जो कमरे के ताप पर द्रव अवस्था में रहती है।
इसका कारण यह है कि इसमें अति उच्च आयनीकरण ऊर्जा और कमजोर धात्विक बन्ध होता है।
पारा (Hg) आवर्त सारणी के d-ब्लॉक का अंतिम तत्व है तथा इसका परमाणु क्रमांक 80 होता है।
यह उष्मा एवं विद्यत का सुचालक होता है।
इसका गलनांक 234 K तथा आपेक्षिक घनत्व 13.6 होता है।
पारे का उपयोग थर्मोमीटर, बैरोमीटर, मैनोमीटर तथा अन्य मापक उपकरणों में होता है।