राव चन्द्रसेन को महाराणा प्रताप का पथ प्रदर्शक कहा जाता है |
राव चन्द्रसेन जोधपुर (राजस्थान) के राव मालदेव के छठे पुत्र तथा महाराणा प्रताप के मामा थे |
महाराणा प्रताप के ही तरह यह भी जीवन भर अकबर से संघर्ष करते रहे |
अंतिम क्षण में भी इन्होनें अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की तथा अपनी मातृभूमि स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया |
इन्हें भूला-बिसरा नायक/राजा या मारवाड़ का प्रताप भी भी कहा जाता है |