किसी प्राणी, वस्तु, व्यक्ति, स्थान और भाव के नाम को संज्ञा कहते हैं |
उदाहरण :- मोर – प्राणी का नाम
स्वामी विवेकानंद- व्यक्ति का नाम
पुस्तक – वस्तु का नाम
विद्यालय – स्थान का नाम
हँसी – भाव का नाम
संज्ञा के प्रकार :-
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा- ये संज्ञा शब्द किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु अथवा स्थान के नाम का बोध कराते हैं, उन्हें व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं |
जैसे :- राम, शोभित, मोहन, सीता ।
2. जातिवाचक संज्ञा :- जो संज्ञा शब्द किसी व्यक्ति, प्राणी, वस्तु अथवा स्थान के संपूर्ण वर्ग या जाति का बोध कराते हैं, उन्हें जातिवाचक संज्ञा कहते हैं |
जैसे:- बच्चे, गाय, लड़कियाँ आदि
3. भाववाचक संज्ञा- जो संज्ञा शब्द किसी व्यक्ति, प्राणी, वस्तु अथवा स्थान के गुण, दोष, भाव या दशा आदि का बोध कराते हैं, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहते हैं |
जैसे:- मिठास, आलस्य, सुंदरता आदि
अंग्रेजी व्याकरण के प्रभाव के कारण कुछ विद्वान संज्ञा के दो भेद और मानते हैं :-
1. द्रव्यवाचक संज्ञा:- जो संज्ञा शब्द किसी द्रव्य, पदार्थ अथवा धातु का बोध कराते हैं, उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं |
जैसे- दूध, तेल, लोहा, चाँदी तथा सोना आदि।
2. समुदायवाचक संज्ञा- जो संज्ञा शब्द किसी व्यक्ति अथवा वस्तु के समूह या समुदाय का बोध कराते हैं, उन्हें समुदायवाचक संज्ञा कहते हैं |
जैसे- कक्षा, सेना, सभा, दल तथा भीड़ आदि।