कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित है |
यह छत्तीसगढ़ की सबसे छोटी राष्ट्रीय उद्यान है जिसका क्षेत्रफल लगभग 200वर्ग किलोमीटर है |
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना वर्ष 1982 में किया गया था |
यह राष्ट्रीय उद्यान तीन असाधारण गुफाओं कुटुम्बसर, कैलाश और दंडक के लिए जाना जाता है |
इस राष्ट्रीय उद्यान में पहाड़ी मैना का संरक्षण किया जा रहा है जो की इस राज्य का राजकीय पक्षी भी है |
इसके अलावा इसी राष्ट्रीय उद्यान पर भैसा दरहा नामक स्थान पर मगरमच्छों का भी सरक्षण किया जा रहा है |
छत्तीसगढ़ का एक मात्र तितली पार्क यहाँ स्थापित है |
तीरथगढ़ व कांकेर धारा जल प्रपात इस उद्यान पर स्थित है |
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान को वर्ष 1965 में एशिया का पहला बायोस्फियर रिजर्व घोषित किया गया था जो की वर्तमान में नहीं है |
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान एक मिश्रित नम पर्णपाती प्रकार के वनों का एक विशिष्ट मिश्रण है जिसमे साल ,सागौन , टीक और बांस के पेड़ बहुतायत में उपलब्ध है।