दो बैलों की कथा प्रेमचंद द्वारा लिखित एक प्रसिद्ध कृति है।
प्रेमचंद ने इस पाठ के माध्यम से कृषक समाजों और उनके पशुओं के बीच मजबूत भावनात्मक संबंध का वर्णन किया है।
स्वतंत्रता दी गई नहीं है, यह एक ऐसी चीज है जिसके लिए लड़ना चाहिए और फिर से जीतना चाहिए।
अगर कोई सीधा और ईमानदार है, तो उसकी बदनामी होगी।
अत्याचार बहुत बुरी चीज है।स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए मनुष्य को सबसे अधिक कष्ट सहना ही पड़ता है और इसलिए उसका मूल्य भी बहुत बड़ा है। मुश्किल समय में हमेशा दोस्त की मदद करनी चाहिए।
खुशहाल और समृद्ध समाज में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को स्वतंत्रता संग्राम में अपना पूरा योगदान देने के लिए इच्छुक और सक्षम होना चाहिए।कहानी में नैतिक मूल्यों की शिक्षा दी जाती है।
जिस प्रकार कोई व्यक्ति सीधा और सरल होता है, उसी प्रकार उसे समाज में गधा माना जाता है। एक सच्चा दोस्त वह होता है जो आपके साथ होता है जब दोस्त के साथ कुछ गलत हो जाता है, और हमारे समाज के अमीर व्यक्ति को भी आजादी की लड़ाई में योगदान देना चाहिए।