कठोर संविधान साधारनतया: वे संविधान होते जिनमें संशोधन के लिए एक विशेष प्रक्रिया की आवश्यकता होती है |
दुसरे शब्दों में कठोर संविधान उसे कहते है जिनके प्रावधानो में संशोधन करना अत्यंत कठिन होता है |
संशोधन का अधिकार राज्य की संसद अथवा विधानसभा को अपने साधारण रूप से प्राप्त नहीं होता |
इसके लिए एक विशेष प्रक्रिया का अनुसरण किया जाता है |
अमेरिका का संविधान कठोर संविधान का एक उदाहरण है |
भारत का संविधान एक साथ कठोर और लचीला दोनों है | कुछ प्रावधानों में संशोधन करना अत्यंत कठिन है जबकि कुछ प्रावधानों में साधारण बहुमत से संशोधन संभव है |
कठोर संविधान के गुण –
कठोर संविधान प्राय: लिखित व निर्मित होते है |
संविधान कठोर होने से शासन के विभिन्न विभागों के मध्य पारस्परिक सम्बन्ध बने रहते है |
आपसी तनाव की सम्भावना कम होती है |
राजनीतिक स्थिरता बनी रहती है |
सरकार को मनमानी करने से रोकता है |